Manipur: अत्यंत दुःखद, असम राइफल्स के काफिले पर ज़बरदस्त हमला, कमांडिंग ऑफिसर की पत्नी-बच्चे समेत 5 जवानों की मौत

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मणिपुर (Manipur): उत्तर पूर्व के राज्य मणिपुर में असम राइफल्स की टुकड़ी पर आतंकी हमला हुआ है। उग्रवादियों ने कायराना हरकत करते हुए चुराचांदपुर जिले के सिंघत उप-मंडल में असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर, उनके परिवार के सदस्यों और असम राइफल्स के अन्य जवानों को मार डाला। हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और बेटा भी शहीद हुए हैं। हमला सुबह 10 बजे हुआ है। हमले के पीछे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ बताया जा रहा है।
आप को बतादें कि कर्नल विप्लव त्रिपाठी (सीओ-46 एआर), उनकी पत्नी और उनके बेटे की मौके पर ही मौत हो गई व घायलों को बेहियांग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया। ये हमला उस वक्त हुआ, जब असम राइफल्स की एक यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर का काफिला सिंघाट सब-डिवीजन में होकर गुजर रहा था। वहां घात लगाकर बैठे आतंकियों ने ये हमला किया। बताया जा रहा है कि काफिले में कमांडिंग ऑफिसर के परिवार के साथ Quick Reaction Team भी शामिल थीं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘‘मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायराना हमला बेहद दुखद और निंदनीय है। देश ने 46वीं असम राइफल्स के सीओ सहित पांच बहादुर सैनिकों और उनके परिवार के दो सदस्यों को खो दिया है।’’ रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने भी मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा की हैं। उन्होने लिखा है कि “मैं उन सैनिकों और परिवार के सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं जो आज शहीद हुए हैं। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।”

हालांकि, इस हमले के पीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ बताया जा रहा है। बता दें कि मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का गठन 1978 में किया गया था। इसे भारत सरकार ने आतंकी संगठन घोषित किया है। मणिपुर में यह संगठन भारतीय सुरक्षाबलों पर पहले भी हमले करता रहा है। यह आतंकी संगठन स्वतंत्र मणिपुर की मांग करता रहा है। इसका संगठन का गठन बिश्वेसर सिंह ने किया था।

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