पिथौरागढ़ उपचुनाव: ये हो सकते हैं बीजेपी-कांग्रेस के प्रत्याशी, त्रिवेन्द्र सरकार की भी परीक्षा

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रिपोर्ट्: नीरज कुमार

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पूर्व वित मंत्री प्रकाश पंत के निधन से खाली हुई पिथौरागढ़ विधानसभा मे आगामी 25 नवम्बर को उप चुनाव होने जा रहा है। त्रिवेन्द्र रावत सरकार का आधा कार्यकाल भी खत्म हो गया है। इन चुनावों को त्रिवेन्द्र सरकार के कामकाज की परीक्षा भी माना जा रहा है। हालांकि अभी तक बीजेपी-कांग्रेस दोनो ही दलों ने अपने उम्मीदवार घोषित नही किये हैं।

सूबे की पिथौरागढ़ विधान सभा मे आगामी 25 नवम्बर को उप चुनाव होने जा रहे है। पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन से रिक्त हुई इस सीट में बीजेपी उनके परिवार के किसी सदस्य को टिकट देकर सहानभूति कार्ड के सहारे भी चुनावों में जा सकती है। वही कांग्रेस ने भी अभी अपने पत्ते नही खोले है। करीब 92 हजार मतदाताओं वाली इस सीट में साल 2017 के विधान सभा चुनावों में बीजेपी के प्रकाश पंत ने कांग्रेस के मयूख महर को 26 सौ से अधिक मतों से हराया था। बीजेपी पंत परिवार से ही किसी को टिकट देती है या फिर किसी नये चेहरे पर दांव खेलती है ये जल्द ही सामने आ जाएगा, लेकिन माना ये जा रहा है कि बीजेपी प्रकाश पंत के छोटे भाई भूपेश पंत को इस सीट से टिकट थमा सकती है। भूपेश पंत का भी कहना है कि अगर बीजेपी उनको टिकट देती है तो अपने स्वर्गीय भाई के अधूरे कामों को पूरा करने का काम करेंगे।

वहीँ काग्रेस, कद्दावर नेता व पूर्व विधायक मयूख महर पर दांव खेल सकती है। लेकिन पूर्व मे मयूख महर इस सीट पर चुनाव नही लड़ने की इच्छा भी जाहिर कर चुके है। अब देखना होगा कांग्रेस मयूख महर को ही आगे करती है या फिर किसी नये चेहरे पर दांव खेलती है। कांग्रेस प्रदेश मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि पूर्व विधायक मयूख महर अगर इस सीट से चुनाव नही लड़ते है तो उनकी भी इस सीट पर दावेदारी है। देखना होगा कांग्रेस किस चेहरे को आगे करती है।

वहीँ पिथौरागढ़ की जनता का ये मानना है कि प्रकाश पंत की छवि एक बेदाग नेता की रही है, उनकी कमी निश्चत तौर पर लोगों को खल रही है। सड़क,स्वास्थ,पेयजल के मुद्दे ही इस उप चुनाव मे आगे रहेंगे, लोगों का इन्ही जन मुद्दो मे फोकस है। जो इनकी बात करेगा उसी के पक्ष मे जनता अपना जनादेश देगी। लेकिन कांग्रेस किस चेहरे को आगे करती है ये भी महत्वपूर्ण है।

जब चुनाव की तारीखों  का ऐलान हो गया है। बीजेपी और कांग्रेस किन चेहरों में दांव खेलती है, काफी कुछ इस पर भी निर्भर रहेगा। लेकिन इस उप चुनाव मे जहां बीजेपी प्रकाश पंत के चेहरे और नाम को ही अपना पहला मुद्दा बनायेगी, वही कांग्रेस के सामने अभी भी उम्मीदवारी को लेकर बडा सवाल बना हुआ है।

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