देश को समर्पित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’: पीएम मोदी

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नई दिल्ली: देश को एक सूत्र में बांधने वाले आजाद भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 143वीं जयंती है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सरदार पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को देश को समर्पित किया। इससे पहले, गुजरात के अहमदाबाद में सरदार पटेल की जयंति के मौके पर ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात अहमदाबाद पहुंच गए। आपको बता दें कि इस प्रतिमा की उंचाई 182 मीटर रखी गई है। यह मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ सरदार सरोवर डैम पर बनकर तैयार है। इस मूर्ति का जिक्र प्रधानमंत्री ने जापान दौरे पर भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते वक्त भी किया था। मोदी इस मूर्ति का पूरे देश भर में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।

मूर्ति का अनावरण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरा देश राष्ट्रीय एकता दिवस मना रहा है। किसी भी देश के इतिहास में ऐसे अवसर आते हैं, जब वो पूर्णता का अहसास कराते हैं। आज वही पल है जो देश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो जाता है, जिसे मिटा पाना मुश्किल है।

उन्होंने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे सरदार साहब की इस विशाल प्रतिमा को देश को समर्पित करने का अवसर किया है। जब मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर इसकी कल्पना की थी, तो कभी अहसास नहीं था कि प्रधानमंत्री के तौर पर मुझे ये पुण्य काम करने का मौका मिलेगा। इस काम में जो गुजरात की जनता ने मेरा साथ दिया है, उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि हम आजादी के इतने साल तक एक अधूरापन लेकर चल रहे थे, लेकिन आज भारत के वर्तमान ने सरदार के विराट व्यक्तित्व को उजागर करने का काम किया है। आज जब धरती से लेकर आसमान तक सरदार साहब का अभिषेक हो रहा है, तो ये काम भविष्य के लिए प्रेरणा का आधार है।

बता दें कि सरदार पटेल की इस प्रतिमा का निर्माण नोएडा के शिल्पकार पद्मभूषण राम वी सुतार ने किया है। सुतार ने अपने 40 साल के करियर में 50 से अधिक प्रतिमाओं को आकार दिया है। बताया जाता है कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रतिमा में पटेल का चेहरा वैसा ही दिखे जैसे वे असल में दिखते थे सुतार ने उनकी 2000 से अधिक तस्वीरों का अध्ययन किया। सुतार ने उन इतिहासकारों से भी संपर्क किया जिन्होंने पटेल को देखा था। आपको बता दें कि सरदार पटेल की मूर्ति के लिए सरकार ने 2989 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसको बनाने के लिए करीब 2500 मजदूरों और 200 इंजीनियरों ने शिरकत की है। इसमें ज्यादातर चीनी मजदूर और एक्सपर्ट शामिल हैं। इस मूर्ति के अनावरण के मौके पर कई खास अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी शामिल होने का न्यौता भेजा गया था।

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