बैंकों के मर्जर के विरोध में देशभर में बैंकों की हड़ताल, बोले- निजीकरण व विलय से बैंकों का भला नहीं

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देहरादून: देश भर में ज्यादातर बैंकों में दो यूनियन से जुड़े कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। ऑल इंडिया बैंक इंप्लाई यूनियन (एआईबीईए) और बैंक इंप्लाई फेडरेशन ऑफ इंडिया ने हड़ताल बुलाई है। इसके अलावा दिवाली की छुट्टियों के चलते भी बैंक लगातार चार दिन बंद रहेंगे। इस हड़ताल से बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ने की संभावना है। हालांकि राहत की बात यह है कि भारतीय स्टेट बैंक ने कहा है कि उनके यहां पर हड़ताल का असर नहीं पड़ेगा।

बैंकों के मर्जर सहित कई मुद्दों को लेकर आज बैंकों में हड़ताल है। हड़ताल में 22 बैंकों के 3000 कर्मचारी शामिल हो रहे हैं। वहीँ हड़ताल में नैनीताल बैंक, फेडरल बैंक के कर्मचारी भी शामिल हैं। कर्मचारियों का कहना है कि केंद्र की नीतियों पर गौर करें तो आने वाले समय में कई और बैंकों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। इसमें पीएनबी में ओरिएंटल बैंक, यूनाइटेड बैंक, केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक, यूनियन बैंक में कारपोरेशन व आंध्रा बैंक और इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय शामिल है। बैंक कर्मचारियों ने कहा कि पहले जो बैंक मर्ज किए गए थे, उनकी कार्यप्रणाली अभी तक सुधर नहीं पाई है। सरकार की इस तरह की नीतियों से एक ओर जहां बैंकिंग प्रभावित हो रही है, वहीं दूसरी ओर बैंक कर्मचारियों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।

हड़ताल के बाद दिवाली पर चार दिन बैंक बंद रहेंगे। शनिवार 26 अक्तूबर को महीने का चौथा शनिवार है। रविवार को बैंक वैसे ही बंद रहते हैं। इसके बाद सोमवार 28 अक्तूबर को गोर्वधन पूजा के दिन और मंगलवार 29 अक्तूबर को भाई दौज के दौरान भी कई राज्यों में बैंक बंद रह सकते हैं।

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