महाराष्ट्र: पुणे में आॅनलाइन लूट का बड़ा मामला सामने आया है। हैकरों ने पुणे के कॉसमॉस को-ऑपरेटिव बैंक के एटीएम सर्वर को हैक करके 94.42 करोड़ रुपये उड़ा लिए। हैकरों ने इन रुपयों को कई भारतीय और विदेशी बैंकों के खातों में ट्रांसफर कर दिया। मामले की जानकारी लगने के बाद से ही जांच एजेंसियां इसकी जांच में जुट गई हैं।
कॉसमॉस को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड देश का दूसरा सबसे पुराना और दूसरा सबसे बड़ा को-ऑपरेटिव बैंक है। कॉसमॉस बैंक के अधिकारियों ने पुणे के चतुरश्रंगी पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। आईएएनएस के मुताबिक बैंक दो बार, शनिवार और रविवार को साइबर हमले का शिकार हुआ। पुलिस ने मंगलवार को ये जानकारी दी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पहला अटैक 11 अगस्त को दोपहर तीन बजे से रात 10 बजे के बीच हुआ, जबकि दूसरा अटैक 13 अगस्त को सुबह साढ़े ग्यारह बजे के करीब हुआ। इस फ्रॉड से बैंक के गणेशखंड मार्ग पर स्थित हेड ऑफिस में कामकाज पर असर पड़ा।
पुलिस के अनुसार साइबर हमले के दौरान बैंक के हेड ऑफिसर के सर्वर से हमलावरों ने ग्राहकों के वीजा और रुपये डेबिट कार्ड की जानकारियां भी उड़ा लीं। कॉसमॉस बैंक के चेयरमैन मिलिंद काले ने बताया कि शनिवार को 2 घंटे 13 मिनट में 450 इंटरनेशनल वीजा डेबिट कार्ड के जरिए 21 देशों में अलग-अलग स्थान पर 12,000 फ्रॉड ट्रांजेक्शन हुए। वहीं, भारत में 400 डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करके 2.5 करोड़ रुपये 2,800 फ्रॉड लेन देन के जरिए दूसरे बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए गए। मिलिंद काले, चेयरमैन, कॉसमॉस बैंकये बैंकिंग सिस्टम पर एक इंटरनेशनल क्रिमिनल अटैक है। किसी भी ग्राहक के बैंक खाते पर कोई असर नहीं पड़ा है. हैकर्स ने डमी कार्ड का इस्तेमाल करके बैंक का स्विचिंग सिस्टम हैक किया।
पुलिस ने बताया कि हैकरों ने सोमवार (13 अगस्त) को स्विफ्ट ट्रांजेक्शन के जरिए 13.92 करोड़ रुपये हांगकांग की हैंगसेंग बैंक के एएलएम ट्रेडिंग लि. के खाते में ट्रांसफर किए। इसके तुरंत बाद उस रकम को खाते से निकाल लिया गया।