फर्जी दस्तावेज धंधे का पुलिस ने फोड़ा भांडा, 39 नकली मुहरें बरामद..

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काशीपुर – फर्जी दस्तावेज बनाने के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ कर काशीपुर पुलिस और एसओजी ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया  है।

जिनके पास से डीएम नैनीताल, डीएम ऊधमसिंह नगर, परगना मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी काशीपुर और यूपी के दो अधिकारियों समेत अलग-अलग विभागों की 39 मुहरें बरामद हुई हैं। पुलिस ने कंप्यूटर की हार्ड डिस्क भी बरामद कर ली है, जिसमें नकली होलोग्राम और मुहरें है।

अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. जगदीश ने हैलो उत्तराखंड को बताया कीपुलिस ने कटोराताल स्थित कुमायूं प्रिंटिंग प्रेस पर छापा मारा था जहाँ दुकान से कई विभागों की फर्जी मुहरें, निर्वाचन आयोग के पहचान पत्र और बड़ी मात्रा में नकली दस्तावेज बरामद हुए है।

आरोपी इंतजार हुसैन ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि 2014 में फर्जी दस्तावेज बनाने के मामले में पकड़े गए टीचर्स कालोनी काशीपुर निवासी महेंद्र खुराना से उसकी जान-पहचान थी। खुराना टाइपिंग सेंटर से ही आरोपियों ने ये फर्जीवाडा सिखा और महेंद्र खुराना की गिरफ्तारी के बाद इंतजार हुसैन और नीरज कुमार दोनों आरोपियों ने मिलकर नकली दस्तावेज बनाने का काम शुरू कर दिया।

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने लगभग 200 से अधिक वाहनों की फर्जी आरसी, सैकड़ों डीएल, 50 से अधिक छात्रों की मार्कशीट तैयार की हैं। एक फर्जी डीएल की कीमत दो हजार और फर्जी आरसी की कीमत पांच हजार तक थी।

पुलिस ने आरोपियों से 39 सरकारी दफ्तरों की मुहरें, तीन ड्राइविंग लाइसेंस, निर्वाचन आयोग के चार पहचान पत्र, पांच वाहनों की आरसी, दो वाहनों की फिटनेस के कागजात, एक वाहन का नेशनल परमिट, एक मार्कशीट, 57 सादे कंप्यूटर पेपर, एक स्टैंप पैड, एक सीपीयू, एक सीपीयू मय हार्ड डिस्क, एक मॉनीटर, की बोर्ड, डाटा केबल और एक प्रिंटर बरामद किया है।

दोनों आरोपी हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हिमाचल के वाहनों की भी फर्जी आरसी और डीएल भी बनाते थे।एएसपी डॉ. जगदीश ने बताया कि नीरज कुमार साप्ताहिक अखबार सूर्यवंशम के संपादक है और मान्यता प्राप्त पत्रकार है। उसकी मान्यता रद करने के लिए जिला सूचना अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा।

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