मंदी के बीच युवाओं की योग्यता पर सवाल उठाने पर घिरे केंद्रीय मंत्री, विपक्ष बोला- युवाओं का मनोबल गिराने के लिए मांगे माफ़ी

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लखनऊ: देश में आर्थिक मंदी और कम होती नौकरियों को लेकर एक के बाद एक केंद्रीय मंत्री सरकार के बचाव में सामने आ रहे हैं। वित्त मंत्री के ओला-ऊबर वाले बयान के बाद अब श्रम मंत्री का उत्तर भारतीयों में काबिलयत की कमी वाला बयान सामने आया है। मंत्रियों के इस बयान पर विपक्ष हमलावर हो गया है।

बेरोजगारी के मुद्दे पर बयान देकर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार घिरते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में नौकरियों की कमी नहीं है बल्कि उत्तर भारतीयों में योग्यता की कमी है। केंद्रीय मंत्री के इस बयान पर अब विपक्ष हमलावर हो गया है। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती से लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है।

प्रियंका गाँधी ने कहा कि, मंत्रीजी, 5 साल से ज्यादा आपकी सरकार है। नौकरियाँ पैदा नहीं हुईं। जो नौकरियाँ थीं वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं। नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे। आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं। ये नहीं चलेगा।

वहीँ मायावती ने कहा कि, देश में छाई आर्थिक मंदी आदि की गंभीर समस्या के सम्बंध में केन्द्रीय मंत्रियों के अलग-अलग हास्यास्पद बयानों के बाद अब देश व खासकर उत्तर भारतीयों की बेरोजगारी दूर करने के बजाए यह कहना कि रोजगार की कमी नहीं बल्कि योग्यता की कमी है, अति-शर्मनाक है जिसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।

वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गंगवार के बयान पर कहा है, ‘’मोदी सरकार उलझन में है कि अर्थव्यवस्था बिगड़ी हुई है। नोटबंदी से आतंकवाद, भ्रष्टाचार भी खत्म नहीं हुआ। जीएसटी से व्यापार चौपट हो गया और सरकार चाहती है कि देश के युवा पकौड़े तले।’’

राष्‍ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के दिग्‍गज नेता रघुवंश प्रसाद ने कहा है, ‘’अपने बयान के लिए संतोष गंगवार को माफ़ी मांगनी चाहिए। अपने निकम्मेपन, नकारापन को छुपाने के लिए उन्होंने ये घटिया बयान दिया है। इस तरह का बयान युवाओं का मनोबल गिराता है। हमारे लोग विदेशों में भी बेहतर काम कर रहे हैं। देश में योग्यता की कमी नहीं है।’’

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