उत्तराखंड के दूसरे राज्यपाल रहे सुदर्शन अग्रवाल का निधन, गरीब बेटियों के जीवन को दी थी नई दिशा

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देहरादून–  उत्तराखंड के गठन के बाद राज्य  के दूसरे राज्यपाल के रूप  में शपथ लेने वाले सुदर्शन अग्रवाल  का आज निधन  हो गया है। उनके निधन पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने स्वर्गीय अग्रवाल की आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना करते हुए, शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। बता दें कि अग्रवाल  08 जनवरी 2003 – 28 अक्टूबर 2007 तक उत्तराखंड के राज्यपाल रह चुके है। इतना ही नहीं उन्होंने सिक्किम के राज्यपाल के रूप में भी अपने कर्तव्यों का भलीभाँति  निर्वहन किया है।वे राज्यसभा के महासचिव भी रह चुके है।

आपको बता दें कि आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं के लिए राजधानी देहरादून की सहस्रधारा रोड पर वर्ष 2005 में राज्यपाल रहते हुए सुदर्शन अग्रवाल ने हिम ज्योति स्कूल की शुरुआत की। इस पहल के साथ उन्होंने राजनीति और नौकरशाही से जुड़े तमाम लोगों को संदेश भी दिया कि अच्छे उद्देश्य के लिए किसी भी पद पर रहते हुए काम किया जा सकता है। उनकी इस दूरगामी सोच और सकारात्मक समझ का नतीजा आज सबके सामने है। इस स्कूल से 12वीं पास कर 180 छात्राएं या तो देश-विदेश के नामचीन विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं या फिर अच्छे संस्थानों में नौकरी। इस बात के मायने तब बेहद खास हो जाते हैं, जब पता लगे कि ये सभी बेटियां रिक्शा चालक, मजदूर, चपरासी, जिल्दसाज, आया, धोबी, दर्जी या दिहाड़ी मजदूरी का काम करने वाले लोगों की हैं।

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