राहुल गाँधी ने भेजा चार पन्नों का इस्तीफा, स्मृति ईरानी बोलीं-‘जय श्री राम’

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 में करारी हार के बाद कांग्रेस के अंदर शुरू हुआ पार्टी अध्यक्ष पद का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर पार्टी के नेता-कार्यकर्ता राहुल गांधी से लगातार गुहार लगा रहे हैं कि वह पार्टी अध्यक्ष के पद पर बने रहें, वहीं दूसरी ओर राहुल अपना इस्तीफा वापस लेने का नाम नहीं ले रहे हैं।

राहुल गांधी ने आज इसी को लेकर आज चार पन्नों का इस्तीफा दिया और इसे ट्विटर पर शेयर भी किया। कांग्रेस अध्यक्ष पद के इस्तीफा देने वाले राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं एक कांग्रेसजन के तौर पर पैदा हुआ, यह पार्टी हमेशा मेरे साथ रही है और यह मेरी रगो में है और हमेशा रहेगी।’ वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से संसद के बाहर जब इसे लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने हंसते हुए केवल ‘जय श्री राम’ कहा।

राहुल का कहना है कि वह पार्टी अध्यक्ष नहीं हैं और कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) जल्द से जल्द इसे लेकर चुनाव करवाए। राहुल ने कहा, ‘मैं कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं। मैं पहले ही इस्तीफा दे चुका हूं। सीडब्ल्यूसी को तत्काल एक बैठक करनी चाहिए और नए कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव करना चाहिए।’ बता दें कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जबरदस्त हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए राहुल ने 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में मात्र 52 सीटों पर जीत दर्ज की थी। सीडब्ल्यूसी ने राहुल के इस्तीफे को मंजूर करते हुए उन्हें अधिकार दिया था कि वह हर स्तर पर पार्टी में फेरबदल कर सकते हैं। इसके साथ ही कांग्रेस नेता लगातार उनसे अनुरोध कर रहे थे कि वह अपना इस्तीफा देने का फैसला बदल लें।
इसी मांग को लेकर कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धरने पर भी बैठे हैं। मंगलवार को इस धरने में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल भी शामिल हुए थे। इससे पहले उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने, जहां कांग्रेस की सरकार है, राहुल से मुलाकात की थी।

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