पुलिस ने एक साथ खोली 100 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट, कई BJP-सपा-बसपा कार्यकर्ता शामिल

Please Share

मेरठः पश्चिमी उत्तरप्रदेश में अधिकांश पेशेवर अपराधी जेल में बंद या फिर मुठभेड़ में मारे गए है।  कहा जा रहा है कि अपराधियों में योगी सरकार का खौफ जारी है। इसके बावजूद अपराध  रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस ने अपराध पर लगाम लगाने की कोशिशों के तहत अब 100 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोल दी है। बताया जा रहा है कि इस हिस्ट्रीशीट में कई BJP, सपा, बसपा कार्यकर्ताओं के नाम शामिल है।मेरठ जिले में इतनी बड़ी कार्रवाई पहली बार की गई है।

एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि जिले के कई हिस्ट्रीशीटर जेल में बंद हैं, तो कई शहर छोड़कर भाग गए। हत्या, लूट, दुष्कर्म, रंगदारी जैसे संगीन अपराधों में अधिकतर नए चेहरे सामने आ रहे हैं। अब एकसाथ 100 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है, 35 नये गैंग पंजीकृत किए हैं। नये हिस्ट्रीशीटरों की सूची में भाजपा, बसपा और सपा के भी कई कार्यकर्ता हैं। हालांकि हिस्ट्रीशीटरों की सूची में अपराधी किस पार्टी से जुड़ा है, इसका जिक्र नहीं किया गया है।जनपद के 29 थानों में दर्ज अपराधियों का रिकॉर्ड 10 दिन तक खंगाला गया। इसके बाद हिस्ट्रीशीट बनाई गई, जिस पर एसएसपी ने शुक्रवार को मुहर लगा दी। इस सूची में शामिल कई नए हिस्ट्रीशीटर फरार हैं, तो कई जमानत पर बाहर हैं। फरार बदमाशों पर इनाम भी घोषित किया जा रहा है। इन 100 अपराधियों में से जो फरार हैं, उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है। क्राइम ब्रांच को भी तलाश में लगा दिया है। अपराधियों की जगह जेल में है।

यह है बड़ी वारदाते

  •  6 जनवरी 2018 को सिविल लाइन क्षेत्र के मोहनपुरी में पोंटी चड्ढा ग्रुप की शराब कंपनी के कर्मचारियों से 18 लाख रुपये लूटे थे। पुलिस ने लूटकांड में प्रीतम, संदीप निवासी यादगारपुर निवासी सिविल लाइन और निखिल, राहुल निवासी कानपुर को गिरफ्तार किया था। इनकी भी हिस्ट्रीशीट खुली।
  • 12 अप्रैल 2018 को किठौर में शकील के घर में बदमाशों ने डकैती डाली थी। इस दौरान शकील की पत्नी रेशमा की हत्या कर दी थी। इस वारदात में शामिल बावरिया गैंग के डकैत फैजान, नाहिद और राजिक निवासी फिरोजपुर, संभल को गिरफ्तार कर लिया। गैंग का मुखिया चंदू फरार है। इन सभी की हिस्ट्रीशीट खोली है।
  • 19 जून 2018 को मेरठ के बदमाशों ने दिल्ली के डॉ. श्रीकांत का अपहरण कर पांच करोड़ की फिरौती मांगी थी। वारदात में बदमाश सुशील और उसका भाई अनुज भी शामिल था। पुलिस ने इनके साथियों को पकड़ा और डॉक्टर को बंधनमुक्त कराया। पुलिस ने दोनों भाइयों की हिस्ट्रीशीट खोली

You May Also Like