न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की कोर्ट का किया बहिष्कार, कार्य से विरत रहे अधिवक्ता

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नैनीताल। हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की ओर से अधिवक्ता के साथ आए दिन किए जा रहे दुव्यवहार के मामले में हाईकोर्ट बार के सभी अधिवक्ताओं ने उनकी कोर्ट का बहिष्कार करते हुए कहा कि जब तक उनका स्थानांतरण नहीं किया जाता तब तक वे उनकी कोर्ट का बहिष्कार कर कार्य से विरत रहेंगे। अधिवक्ताओं की ओर से न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह के खिलाफ नारे बाजी भी की गई। वहीं बार का साथ न देने पर व कुछ अधिवक्ताओं की ओर से कोर्ट के अंदर जाने पर अधिवक्ता आरके रायजादा, अजयवीर पुंडीर, हरिमोहन भाटिया, प्रभात बोहरा, वीके कोहली, शिवांगी गंगवार व शोभित सहारिया को बार की सदस्यता से उनको निलंबित करते हुए उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने को कहा है।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की सभागार में हाईकोर्ट बार अध्यक्ष सैययद नदीम मून ‌की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई जिसका संचालन बार सचिव संदीप तिवारी ने किया। बैठक में अधिवक्ता पुष्पा जोशी ने कहा कि ये बहुत ही शर्म की बात है कि अधिवक्ता के रूप में रहे हमारे बीच से गए हुए जज के खिलाफ हमें बहिष्कार करना पड रहा है। जब व्यक्ति अपनी कुर्सी की हद से आगे बढ जाता है तभी यह नौबत आती है। उन्होनें कहा कि ये लोग कल नहीं रहेंगे लेकिन वकील हमेशा साथ रहेंगे। उन्होंने कोर्ट के अंदर गए अधिवक्ताओं के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि जो बार का नहीं हो सकता वह किसी का नहीं हो सकता। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता अवतार सिंह रावत ने कहा ‌कि बार की यूनिट को कोई नहीं तोड सकता, हमें एक साथ चलना है। एमसी पंत ने कहा कि दुख इस बात का है जो हमारे बीच से गए है, वो ऐसा दुव्यवहार कर रहे है, यह हमारे लिए बहुत शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि उन्होनें हाईकोर्ट के अस्तित्व को गाली दी है। अधिवक्ता विवेक शुक्ला ने कहा‌ कि एक दिन के बने वकील को भी सम्मान मिलना चाहिए।

ललित बेलवाल ने कहा कि उनको जज के लिए नहीं ओथ कमिश्नर के लिए आवेदन करना चाहिए था। इस मौके पर किशोर कुुमार, अक्षय
लटवाल, गौरा देवी, भुवनेश जोशी, ललित मिगलानी, एसएस यादव, हरेंद्र बेलवाल, के‌के तिवारी, विकास बहुगुणा, बिलाल अहमद आदि मौजूद थे।

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