शिवसेना और बीजेपी की दोस्ती में दरार, अकेले ही लड़ेगी शिवसेना चुनाव

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मुंबई : शिवसेना ने बीजेपी को बड़ा झटका देते हुए एक फैसला लिया है। शिवसेना ने एनडीए गठबंधन से अलग होने का ऐलान कर दिया है। पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है कि वह 2019 में अकेले अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने साफ किया कि अगला विधानसभा चुनाव में पार्टी अकेले ही लड़ेगी। पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राऊत ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि राज्य में पार्टी अपने गढ़ बचाएगी और अपने को मजबूत करेगी।

उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में दोनों दलों की मिलीजुली सरकार है। कार्यकारिणी की बैठक में बोलते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने जो विश्वास उनपर और पार्टी पर जताया है वह उसे आभारी हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी से अलग चुनाव लड़ने का फैसला काफी विचार करने के बाद लिया गया है।

ठाकरे ने कहा कि रोज सैनिकों की मौत हो रही है, कुर्बानी याद की जाती है, फिर हम सब भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय लेने की गैरजरूरी कोशिश हो रही है। ये सेना का गौरव है। उन्होंने पीएम मोदी के 56 इंच के छाती वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि छाती से कुछ नहीं होता उसमें हिम्मत कितनी है, गौरव कितना है, यह अहम है।

ठाकरे ने कहा कि जब प्रधानमंत्री को कश्मीर के लोगों के साथ खड़े होना चाहिए था तब वे एक दूसरे मुल्क के पीएम के साथ पतंग उड़ा रहे थे। उन्हें कश्मीर में पतंग उड़ानी चाहिए थी। ठाकरे ने कहा कि अब पार्टी महाराष्ट्र के बाहर भी हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी।

देखना दिलचस्प होगा की करीब दो दशक से एनडीए की अहम सहयोगी रही शिवसेना के इस फैसले के बाद महाराष्ट्र की राजनीति पर किस तरह का असर देखने को मिलता है।

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