चुनाव आयोग का कारनामा: भाजपा को हाथ, कांग्रेस को कमल का फूल

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देहरादून: भाजपा-कांग्रेस एक-दूसरे के धुरविरोधी हैं। ऐसे में अगर एक-दूसरे के चुनाव निशान बदल जाएं तो क्या होगा…? जाहिर सी बात है कि दोनों दलों के उम्मीदवारों और समर्थकों को गुस्सा आएगा ही। कुछ ऐसा ही नगर पांचायत थराली में देखने को मिला। यहां अध्यक्ष पद पर दो उम्मीदवार हैं। एक भाजपा से और दूसरा कांग्रेस से। चुनाव आयोग ने दोनों के चुनाव निशानों की अलदा-बदली कर दी।

अब आपको असल बात बताते हैं। शोसल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रहा है, जिसमें साफ दिख रहा है कि जो परिशिष्ट-14 जारी किया गया है। यह परिशिष्ट रिटर्निंग आफिसर आईएएस रोहित मीणा ने जारी की है। इसमें भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के आगे उनके चुनाव निशान गलत लिखे गए हैं। बावजूद यह जारी कर दिया गया। कांग्रेस प्रत्याशी के नाम के आगे चुनाव निशान कमल का फूल लिखा गया है। जबकि भाजपा प्रत्याशी के नाम के आगे हाथ को चुनाव निशान दर्शाया गया है।

एक दिन पहले यानि 29 अक्टूबर को प्रदेश के नगर निकायों में मैदान में उतरे सभी प्रत्याशियों को चुनाव निशान दिए गए। चुनाव निशान के बाद बैलेट पेपर की फाइनल परिशिष्ट को जारी किया जाता है। उसीके आधार पर बैलेट पेपर तैयार किया जाता है। इस लिहाज से परिशिष्ट को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।

लोगों ने सवाल किए हैं कि चुनाव में इस तरह की लापरवाही किसी एक प्रत्याशी को नुकशान पहुंचा सकती है। यह भी कहा गया है कि अगर यही फाइनल बैलेट पेटर बन जाता तो, दोनों की प्रत्याशियों के लिए संकट खड़ा हो जाता। शोसल मीडिया पर परिशिष्ट की फोटा खूब वायरल हो रही है। लोग अधिकारियों की गंभीरता पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों को कहना है कि इस तरह की लारवाही मामूली नहीं हो सकती।

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