अमृतसर: पिछले काफी समय से पंजाब पुलिस को जिस खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के खतरनाक आतंकवादी कुलवंत सिंह उर्फ कंता वलैतिया की तलाश थी ,वह आखिरकार गिरफ्त में आ ही गया है। खालिस्तान कमांडो फाॅर्स में बतौर लेफ्टिनेंट जनरल रहते हुए वह कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है।
अमृतसर पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस विंग जालंधर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के तहत यह गिरफ्तारी हुई है।पंजाब में आतंकवाद के दौर में कंता वलैतिया के खिलाफ कई मामले पुलिस ने दर्ज किये थे।
डिप्टी कमीशनर पुलिस मुखविंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि वह पुलिस से लुकाछिपी का खेल खेल रहा था। उसे अदालत से पैरोल मिली थी। लेकिन वह जेल में वापिस जाने के बजाये भूमिगत हो गया। पुलिस को उसकी तालाश थी। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस को बड़ा सुकून मिला है. चूँकि पहले भी उसके खिलाफ अनेक आरोप थे। वह पंजाब में आतंकवाद के दौरान सक्रिय रूप से आतंकी गतिविधियों में शामिल था और उस समय उसके खिलाफ 15 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे।
पुलिस को जैसे ही खुफिया सूचना मिली कि कुलवंत इस समय अपने गांव जगराओं में मौजूद है। पुलिस टीम ने छापामारी कर कुलवंत को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि वह खालिस्तान कमांडो फोर्स के आतंकवादियों बलविंदर सिंह बिल्ला निवासी माणक राय और अन्य का करीबी सहयोगी रहा है और उनके साथ चरमपंथी गतिविधियों में भाग लेते रहा है। केसीएफ चीफ लाथ सिंह से भी उसने अपनी नज़दीकियों का खुलासा किया है। वर्ष 1988-89 में वह इंग्लैंड चला गया था और वर्ष 2011 में भारत वापस आया था।