75 किलो के अजय भट्ट, 100 किलो के सिक्के

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देहरादून : भाजपा इन दिनों सहयोग निधि जुटाने में लगी है। पहले मंत्री और विधायकों को टारगेट दिया गया । अब भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट खुद ही मैदान में उतर आए। सहयोगी निधि के लिए टारगेट देने को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथों लिया। खुद भाजपा के भी कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने  पर सवाल खड़े किए थे, लेकिन भाजपा को इससे कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार यानि 6 फरवरी को भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट को हल्द्वानी में 100 के सिक्कों से तौला गया। हल्द्वानी में भव्य कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। रेड कापेर्ट बिछाई गई। नाम दिया गरीबों की सहयोग निधि।
कांग्रेस ने इस पर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले में कांग्रेस  प्रदेश प्रवक्ता जोत सिंह बिष्ट ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि सूबे की बीजेपी सरकार ने जनता के वोट को लूट कर सरकार बनाई। बिष्ट ने कहा कि सरकार प्रदेश की जनता की समस्या और समाधान को छोड़ कर नए चुनाव की तैयारी में लगी है।  उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी पहले छुप कर धन जुटाती थी अब खुले आम पैसों की उगाही  कर रही है। उन्होंने कहा की  भाजपा को विकास की चिंता नहीं है। उनको बस अपनी झोली भरनी है। सवाल उठाया कि जिन सिक्कों से अजय भट्ट को तौला गया। वह चमचमा रहे थे। क्या गरीबों ने नए सिक्के केवल अजय भटृट को तौलने के लिए ही संभाल कर रखे थे। कहा की  भाजपा को उनसे सहयोग निधि लेने के बजाय गरीबों का सहयोग करना चाहिए था। जिस आयोजन में भाजपा प्रदेश बध्यक्ष अजय भट्ट को सिक्कों से तौला गया। वह कार्यक्रम भाजपा नेता दिनेश रांधावा ने आयोजित करवाया था। उनका कहना था कि सिक्के गरीबों ने उनको दिए हैं।

बैंक से निकाले जाने की चर्चा
जिने सिक्कों से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को तौला गया। उनको लेकर हल्द्वानी में पूरे दिन चर्चा होती रही। लोगों की मानें तो सिक्के बैंक से निकाले गए थे। सिक्कों के बैंक से निकाले जाने की बात इसलिए भी कही जा रही है कि सभी सिक्के नए थे और अधिकांश 10 रुपसे के थे। इतना ही नहीं अजय भट्ट का 50 किलो फूलों से बनी माला से भी स्वागत किया गया।

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