हरक सिंह को न पहचानने का उठाना पड़ा शेरॉन कंपनी को हर्जाना…

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देहरादून: मंगलवार को सेलाकुई स्थित शेरॉन बायो मेडिसिन कंपनी में काम करने वाले पूर्व स्टोर मेनेजर वासुदेव जखमोला बीजेपी कार्यालय के जनता दरबार पहुंचे। वासुदेव ने जनता दरबार के दौरान लोगो की समस्या को सुनने बैठे कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को बताया कि वह पिछले कई सालों से शेरॉन बायो मेडिसिन लिमिटेड में बतौर स्टोर मेनेजर तैनात थे लेकिन अचानक ही कंपनी ने बीते जुलाई माह में बिना वाजिब कारण दिए ही उन्हें नौकरी से उसे बर्खास्त कर दिया।

वासुदेव की बात सुनने के बाद मंत्री हरक सिंह रावत ने अपने स्टॉफ से फैक्ट्री के डायरेक्टर ललित मिश्रा को फोन लगवाया, तो उन्होंने मीटिंग में होने की बात कहते हुए दो बार फोन काट दिया। तीसरी बार फोन लगाने पर मंत्री की डायरेक्टर से बात हुई, तो वह मंत्री से बेरुखी से पेश आये।

इस बेरुखी पर हरक सिंह रावत ने तत्काल श्रमायुक्त और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को कंपनी की जांच करने को कहा है। अधिकारियों को जांच के आदेश देने के साथ ही रिपोर्ट आने तक फ़ैक्ट्री को बंद करने के आदेश वन मंत्री ने दिए हैं।

वही कंपनी के वरिष्ठ आधिकारी से जब हैलो उत्तराखंड ने बात की तो उन्होंने बताया, वासुदेव जखमोला ने मार्च और जुलाई माह में कंपनी को लाखों का नुक्सान पहुँचाया था। कंपनी ने पहली बार तो वासुदेव के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया लेकिन जुलाई में हुए नुकसान के बाद कंपनी ने वासुदेव को उनके पद से बर्खास्त कर दिया। उनके मुताबिक अगर कंपनी इतने बड़े नुक्सान झेलती रही तो कंपनी का दिवालिया निकलते वक़्त नही लगेगा।

साथ ही उन्होंने बताया कि मामले को वन मंत्री के समक्ष वासुदेव से जुड़े सभी तथ्य सामने रखे गए है और कंपनी किसी भी मानक को दरकिनार नही करती क्योंकि कंपनी के पास वेदेशी सर्टिफिकेट है, अगर किसी भी मानक को नजरंदाज किया जाता है तो कंपनी के सर्टिफिकेट के निरस्त होने का खतरा बना रहता है। फिलहाल कंपनी सीज है लेकिन जल्द ही कंपनी खुलने की उम्मीद है।

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