उत्तराखंडः पुलिसकर्मी की पत्नी सहेलियों संग मिलकर चलाती थी सेक्स रैकेट,सोशल मीडिया पर ऐसे चलता था धंधा

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रूद्रपुरः प्रदेश के ऊधमसिंह नगर जिले में देह व्यापार का हैरानीभरा मामला सामने आया है। यहां पुलिसकर्मी की पत्नी द्वारा अपनी सहेलियों के साथ मिलकर सेक्स रैकेट का मामला सामने आया है। बता दें कि चार दिन पूर्व किशोरी के अपहरण के मामले में पुलिस की गिरफ्त में आई पुलिसकर्मी की पत्नी ने पुलिस को दिए बयान में इस बात का खुलासा किया है। जिसके बाद से पुलिस मामले में फरार चल रही महिलाओं की तालाश में जुट गई है।

जानकारी के अनुसार चार दिन पूर्व संजयनगर खेड़ा निवासी एक नाबालिग रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। नाबालिग की मां ने गणेश गार्डन तीनपानी डैम निवासी महिला और उसकी दो सहेलियों पर नाबालिग बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था। इस पर पुलिस ने उस पर उसकी सहेलियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने मामले के खुलासे के लिए एसपी सिटी देवेंद्र पींचा और एसओ ट्रांजिट कैंप बीडी जोशी के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। पुलिस ने घटना के दूसरे दिन ही महिला के घर से किशोरी को बरामद कर लिया था। मामले में सिपाही की पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। पुलिस को महिला के घर से एक और किशोरी बरामद हुई। सोमवार को पुलिस ने दोनों किशोरियों का मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में धारा 164 के तहत उनके बयान दर्ज कराए।

 पुलिस पूछताछ में इस बात का खुलासा भी हुआ है कि तीनो आरोपित तीन माह से रुद्रपुर एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से देह व्यापार का धंधा चला रही थी। ग्राहकों को तीनों व्हाट्सएप ग्रुप पर नाबालिगों के फोटो भेजती थी और सौदा तय होने पर ग्राहक दोनों सहेलियों के कमरे पर पहुंचते थे। ग्राहक के हिसाब से नाबालिगों की कीमत लगाई जाती थी। कई बार इन लोगों द्वारा नाबालिगों को रामनगर, नैनीताल व अन्य शहरों के होटलों में भी भेजा गया था।  महिला की सहेली ने सबसे पहले देह व्यापार का धंधा शुरू किया था। इसके बाद उसने दूसरी सहेली को अपने धंधे में शामिल किया और फिर सिपाही की पत्नी को भी दोनों ने अपने साथ शामिल कर लिया। उसके धंधे में शामिल होने के बाद तीनों ने उसके पति के नाम से नाबालिगों को डरा-धमकर भी गलत काम करवाना शुरू कर दिया। फोन पर भी कई ग्राहकों से उक्त लोग नाबालिगों के लिए संपर्क करते थे जिसके चलते पुलिस तीनों के मोबाइल की भी जांच कर रही है।  पुलिस कर्मी के इसमें शामिल होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। आगे भी जांच की जा रही है।

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