उत्तराखंडः खतरे के निशान से नीचे आई गंगा, गंगनहर का पानी बंद, बाढ़ का खतरा

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हरिद्वारः प्रदेश में खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा का  जलस्तर शनिवार को सामान हो गया। अब जल स्तर 292 मीटर हो गया है। जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है। वहीं सिल्ट आने से गंगनहर का पानी बंद किया गया है। बता दें कि जलस्तर बढ़ने से जिला प्रशासन अलर्ट हो गया था। शुक्रवार सुबह हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर 291.85 मीटर था, जो दोपहर तीन बजे चेतावनी रेखा (293 मीटर) को पार कर 293.20 पर पहुंच गया था।

दरअसल पहाड़ों में हुई भारी बारिश के बाद शुक्रवार को गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान को पार गया था। जिससे खानपुर क्षेत्र में बाढ़ का पानी टूटे तटबंध से होकर क्षेत्र की कृषि भूमि पर फैलना शुरू हो गया है। तहसील प्रशासन का दावा है कि क्षेत्र में चारों बाढ़ राहत चौकियों पर कर्मचारी 24 घंटे मुस्तैद हैं। इस बारिश के मौसम में गंगा का जलस्तर 292 मीटर के आसपास तक ही चल रहा था। पहाड़ों में हुई बारिश से गंगा का जलस्तर एकदम से बढ़ गया। शुक्रवार की सुबह को गंगा का जलस्तर 291.85 मीटर था, जोकि चेतावनी निशान 293 मीटर से नीचे था, लेकिन गंगा का जलस्तर देखते ही देखते बढ़ने लगा। दोपहर बाद तीन बजे तक चेतावनी निशान को पार कर गया। इसके बाद प्रशासन अलर्ट हो गया था। गंगा का जलस्तर 293.20 मीटर तक पहुंच गया था। शाम चार बजे जलस्तर बढ़कर 293.40 मीटर पहुंच गया था। यूपी सिंचाई विभाग के एसडीओ विक्रांत सैनी ने बताया कि गंगा में सिल्ट बढ़ने पर गंगनहर को बंद कर दिया गया। लेखपालों के साथ बाढ़ नियंत्रण चौकियों पर तैनात चौकीदारों से पल-पल की अपडेट ली जा रही है।

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