उत्तराखंड: अधिवक्ता सुशील हत्याकांड में दो साल बाद तीन आरोपी गिरफ्तार

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पौड़ी: कोटद्वार के बहुचर्चित वकील सुशील रघुवंशी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। उत्तराखंड हाईकोर्ट नैनीताल के आदेश पर गठित एसआईटी ने रविवार सुबह इस हत्याकांड के षड्यंत्र में शामिल रहे कोटद्वार के प्रापर्टी डीलर विनोद कुमार गर्ग उर्फ विनोद लाला, उसके साथ प्रापर्टी का काम करने वाले सर्वेश्वर उर्फ डब्बू और सुरेंद्र सिंह नेगी उर्फ सूरी को उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उन्हें यहां कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में पौड़ी जेल भेज दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, 13 सितंबर, 2017 को हुए वकील सुशील रघुवंशी हत्याकांड की जांच लगातार चल रही थी। शुरू से ही यह माना जा रहा था कि हत्याकांड भूमि विवाद से जुड़ा है। गहन छानबीन में यह बात सामने आई कि वकील सुशील रघुवंशी की हत्या के तार कोटद्वार भाबर में एससी/एसटी की जमीनों की खरीद-फरोख्त में लगी आपत्तियों से उत्पन्न रंजिश से जुड़े हैं। वकील की हत्या की साजिश तीनों आरोपियों ने तब पौड़ी जेल में बंद शातिर अपराधी एवं शूटर रूपेश त्यागी के साथ मिलकर रची थी। रूपेश त्यागी ने हत्याकांड को अंजाम देने के लिए बागपत के दो शार्प शूटरों को सुपारी दी।
वहीँ पुलिस दोनों शूटरों की गिरफ्तारी के लिए जुटी है। हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और मोटरसाइकिल की बरामदगी के लिए वर्तमान में अल्मोड़ा जेल में बंद हत्याकांड के मास्टर माइंड रूपेश त्यागी को पुलिस रिमांड में लेने की तैयारी की जा रही है। रूपेश त्यागी पूर्व में देहरादून में एक वकील की हत्या के मामले में संलिप्त रहा है। साथ ही दोनों शूटर चिह्नित कर लिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, इस हत्याकांड की साजिश में शामिल दो शूटर समेत अन्य आठ लोगों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने सघन छानबीन के बाद इस मामले में नामजद किए गए अमर सिंह, नवीन सिंह और बृजेश बेबनी को क्लीन चिट दे दी है।

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