प्रदेश भर में मिला जुला रहा भारत बन्द का असर

Please Share

देहरादून: पट्रोलियम पदार्थों व रसोई गैस में बढोत्तरी को लेकर कांग्रेस का भारत बन्द का असर प्रदेश भर में मिला जुला रहा। राजधानी दून की बात करें तो यहाँ इसका कुछ खास असर देखने को नहीं मिला।

वहीँ रानीखेत में भारत बन्द पर बाजार में सोमवार की सप्ताहिक बन्दी के बावजूद बाजार में कई दुकाने खुली थी। बाजार में ग्राहक भी थे। महगांई के विरोध का असर कम ही दिखाई दिया। कुछ कांग्रेस जनो ने जाकर बैंक बन्द करवा दिये। बैंक वालो ने भी फटाफट शटर बन्द कर दिये। भाजपा के वरिष्ठ नेता छावनी परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नेगी का कहना था कि, यह बन्द राजनैतिक लाभ के लिये है। आने वाले चुनाव को देखते हुए विपक्ष ने यह बन्द किया है, जिसका रानीखेत में असर कम ही दिखा।

इसके अलावा पिथौरागढ़ में बंद का असर देखने को मिला। आज सुबह से ही शहर की सभी दुकाने बंद रही। सड़कों से प्राइवेट टैक्सी आपरेटर भी नदारद रहे। बंद के समर्थन मे आज  टैक्सी आपरेटर भी एक दिन की हड़ताल पर रहे। बंद को देखते हुये युवा कांग्रेस ने प्रर्दशन करते हुये केन्द्र सरकार का पुतला फुंक कर अपना विरोध दर्ज किया। इस दौरान कांग्रसे ने आरोप लगाया कि, लगातार बढ़ रही पेट्रोल और डीजल की कीमत से आम आदमी का जीना दूभर हो गया है। सरकार को जनता से कोई सरोकर नही रहा। आम आदमी आज परेशान है। कांग्रेस के भारत बंद को पिथौरागढ़ की जनता ने भरपूर समर्थन दिया है। सरकार अगर जनता को राहत नही देती तो आगे भी कांग्रेस सड़कों पर उतर कर लोगों के हक की बातों को उठाते हुये सड़क से संसद तक संर्घष करेगी।

बागेश्वर में कांग्रेस पार्टी का महंगाई पेट्रोल, डीजल, गैस  के आसमान छूते दामों को लेकर बाज़ार बंद बेअसर देखने को मिला। बागेश्वर शहर में बाजरे खुली रही। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने व्यापारियों से आज मार्किट बन्द करने की अपील की थी, लेकिन उनकी इस अपील को व्यापारियों ने ठुकरा दी। कांग्रेसियों को केवल तिराहे पर पुतला फूँकने और प्रदर्शन से संतुष्ट होने पड़ा। हालांकि पार्टी के पदाधिकारी प्रदर्शन के दौरान केंद्र की मोदी सरकार को कोसते हुए जरूर नजऱ आए। इस दौरान उनकी पुलिस प्रशासन से नोक झोक भी हुई।

रुद्रप्रयाग में भी भारत बन्द बेअसर रहा। जिले के सभी बाजार खुले रहे। कांग्रेसियों ने जनपद मुख्यालय पर रैली निकाल कर प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया और जमकर नारेबाजी की। रैली के दौरान कांग्रेसियों की गुटबाजी भी साफ दिखी। खेमों में बंटे कांग्रेसी रैली के लिए भीड तक नहीं जुटा पाये। जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में कुछ कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली। साथ ही नगर के कांग्रेसी व्यापारियों तक ने भी अपने प्रतिष्ठान बन्द नहीं किये। एक दो कांग्रेसियों ने ही इस दौरान अपने प्रतिष्ठान बन्द रखे। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि, पिछले दो दिनों से बाजार बन्द रहने के कारण किसी भी व्यापारी से जोर जबरदस्ती नहीं की गयी और सभी व्यापारियों ने कांग्रेस के भारत बन्द का पूरा समर्थन किया।

You May Also Like