इंवेस्टर्स मीट के नाम पर नोटंकी बन्द करें सीएम: नेगी

Please Share

देहरादून: विकासनगर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि, सूबे के मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र रावत को इंवेस्टर्स मीट आयोजित करने से पहले प्रदेश में स्थापित उद्योगों के आंकड़ों पर ध्यान देना चाहिए, फिर विदेश भ्रमण (सैर-सपाटा-मौज मस्ती) करना चाहिए था। प्रदेश में उद्योग डायलिसिस पर चह रहे हैं। त्रिवेन्द्र के सत्ता में आने के बाद उद्योगों की स्थिति बद से बद्तर हो गयी है तथा इस दौरान सैकड़ों उद्योग बन्द हो गये हैं व सैकड़ों उद्योग बन्दी के कगार पर हैं। आलम यह है कि कुप्रबन्धन यथा बिजली, सड़क, यातायात, सरकारी लूट ने उद्योग/उद्योगपतियों की कमर तोड़ दी है, जिसका नतीजा यह है कि सैकड़ों उद्योगों में उत्पादन घटकर एक-चौथाई रह गया है। उद्योगों की दिनों-दिन हो रही बन्दी के कारण हजारों युवाओं के रोजगार पर संकट गहराने लगा है।

नेगी ने कहा कि, प्रदेश में स्थापित औद्योगिक इकाईयों की स्थिति पर गौर फरमायें तो नतीजे बड़े चौंकाने वाले हैं, हरिद्वार में 713 में से 670, सेलाकुई 39 में से 35, आईटी पार्क 60 में से 14, कोटद्वार 122 में से 36, पन्तनगर में 524 में से 411 व सितारगंज 363 में से 117 ही कार्यशील हैं यानि 1821 में से 1283 उद्योग ही क्रियाशील हैं।

नेगी ने कहा कि, पूर्व में भी इस निकम्मी सरकार ने योगा फेस्टीवल के नाम पर गरीब प्रदेश का करोड़ों रूपया नोटंकी में बहा दिया तथा अब अगले महीने फिर इंवेस्टर्स मीट के नाम पर हो रही नोटंकी पर खर्च करने की तैयारी हो रही है। प्रदेश का दुर्भाग्य है कि दिव्य स्वप्न दिखाने के नाम पर मुख्यमन्त्री सिंगापुर घूम आये तथा सहयोगी मन्त्री इत्यादि भी काफी सैर-सपाटे कर आये। प्रदेश की माली हालत किसी से छिपी नहीं है तथा कर्ज का ब्याज चुकाना, आने वाले समय में चुनौती बनकर खड़ा हो जाएगा।

नेगी ने त्रिवेन्द्र सरकार को धरातल पर काम करने की नसीहत दी तथा कहा कि पहले प्रदेश के बीमार उद्योगों की हालत सुधारें, कहीं ऐसा न हो कि अन्य उद्योगों को भी संक्रमण हो जाये।

You May Also Like