करोडों की लागत से बने भवन की पहली ही बरसात में खुली पोल, छात्रों के लिए बना खतरा

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खटीमा: जिला अधिकारी के आदेश पर एसडीएम सितारगंज ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया, इस दौरान कई खामियां मिली। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बनते ही पहले सत्र की पहली बरसात में छत से सीलन आ रही है। 4 करोड़ 38 लाख की लागत से बने  इस आईटीआई भवन का निर्माण निगम द्वारा किया गया था।
सितारगंज वार्ड नंबर 6 में बना संस्थान के प्रधानाचार्य द्वारा जिला अधिकारी उधम सिंह नगर को एक पत्र देकर निर्माण एजेंसी के द्वारा भवन निर्माण के समय बरती गई अनियमितताओं की शिकायत की थी। जिसमें साफ-साफ लिखा गया है कि इस्टीमेट के अनुरूप इस बिल्डिंग में काम नही किया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद आज एसडीएम सितारगंज निर्मला बिष्ट ने करोड़ों रुपए से बने इस भवन का निरीक्षण किया गया। एसडीएम ने विभागीय अधिकारी और निर्माण एजेंसी के लोगों को निर्माण के दौरान बरती अनियमितताओं के लिए जमकर फटकार भी लगाई। जांच में पाया  गया कि, भवन के अंदर चलने वाली क्लासेस में टॉयलेट और पंखों की व्यवस्था नहीं की गई है। इसके अलावा पहली बरसात में ही निर्माण एजेंसी की पोल खुल गई है। बिल्डिंग पूरी तरह पानी से सील रही है और पानी का निकास ना होने की वजह से चारदीवारी के अंदर पानी से तालाब बन गया है। जिससे आने वाले समय में पढ़ने वाले छात्रों और बिल्डिंग को भी बड़ा खतरा हो सकता है। निर्माण एजेंसी द्वारा 4 करोड़ 38 लाख रुपये में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की बिल्डिंग तैयार करनी थी। लेकिन निर्माण एजेंसी द्वारा पूरा कार्य ना किए जाने से नाराज  संस्थान के प्रधानाचार्य ने जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देकर दर्जनों खामियां बताई गई थी। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन करोड़ों रुपए से बने इस भवन की निर्माण एजेंसी के खिलाफ कोई कार्यवाही करता है या नहीं।

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