बड़ी ख़बर: भारत एंव नेपाल ने आपसी मैत्री भाव का किया सम्मान, विभिन्न क्षेत्रों के राहत कैंम्पों में रह रहे नेपाली मजदूरों को भेजा गया उनके वतन

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दीपक जोशी की रिपोर्ट;

पिथौरागढ: लोक डाउन के कारण भारत में फंसे नेपाली मजदूरों को दोनों देशों के विदेश मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा बडा कदम उठाया गया जिसमें जनपद पिथौरागढ के विभिन्न क्षेत्रों के राहत कैंम्पों में रह रहे नेपाली मजदूरों को उनके वतन भेज दिया गया है। नेपाली मजदूरों को आज जनपद पिथौरागढ के सीमा से जुडे क्षेत्र धारचूला, जौलजीबी, बरम, बलुवाकोट एंव झूलाधाट से जुडें अन्तराष्टीय झूला पुल के माध्यम से उनके वतन नेपाल भेजा गया। करीब एक महीने से ज्यादा उन्हें जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष राहत कैम्पों में रखा गया था व समय समय पर स्वंम जनपद के जिलाधिकारी डा०विजय कुमार जोगदण्डे द्वारा उन कैंम्पों का निरीक्षण भी किया गया। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा मजदूरों का स्वास्थय परीक्षण से लेकर तमाम सुविधायें भोजन रहने के लिए आवास, कपडे, मनोरंजन हेतु गीत संगीत गायन, शारिरिक व्यायाम, योग तथा पढने हेतु समाचार की विभिन्न पत्रिकायें सुलभ कराई गयी।

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अपने वतन को जाते समय सभी प्रवासियों मजदूरों ने भारत सरकार व जनपद के जिला प्रशासन के समस्त अधिकारियों, सामाजिक संगठनों का धन्वाद अर्पित किया। वही नेपाली मजदूरों की व्यवस्था में दिन रात लगे उपजिलाधिकारी धारचूला अनिल कुमार शुक्ला कहते है कि “हमने इन मजदूरों को पूरी तरह से दोनों देशों की मैत्री भावना का ख्याल रखते हुऐ भाई चारे के नाते पूरा ख्याल रखा। उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न आये इसका पूरा ख्याल रखा गया व समय समय पर उनकी हर जरूरतों को मुहैया कराया गया।

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