औली में शाही शादी के बाद सीवर ओवरफ्लो होकर ढलानों पर बह रहा, संक्रामक बीमारियों का खतरा

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चमोली: शाही शादी समारोह खत्म होने के एक सप्ताह बाद भी औली में साफ-सफाई पूरी तरह नहीं हो पाई है। बारिश के चलते वहां खोदे गए पिटों से सीवर ओवरफ्लो होकर औली की ढलानों पर बह रहा है। आसपास के इलाकों में संक्रामक बीमारियों का खतरा पैदा हो गया है। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देश पर नगर पालिका जोशीमठ सीवर व अन्य कचरा उठान में तेजी लाने के प्रयासों में जुट गया है।

गौरतलब है कि, दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के कारोबारी अजय गुप्ता और अतुल गुप्ता के बेटों की शादी का औली में 18 से 22 जून तक शाही आयोजन किया गया था। इस शादी के लिए औली स्थित क्लिप टॉप होटल के कमरों को भी विशेष रूप से खुलवाया गया था। नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर ये कमरे पिछले साल से बंद थे। राज्य सरकार ने शादी समारोह के दौरान होटल का संचालन जीएमवीएन को सौंपा हुआ था।

पर्यटन विभाग ने गुप्ता बंधुओं को यहां शादी के आयोजन की अनुमति दी हुई थी, जबकि नगर पालिका ने कूड़ा निस्तारण की जिम्मेदारी उठाई थी। आयोजन से पर्यावरणीय नुकसान न हो और वहां गंदगी न बिखरने पाए, इसके लिए नैनीताल हाईकोर्ट ने बाकायदा गाइडलाइन जारी की हुई थी। जिलाधिकारी चमोली को इसका अनुपालन सुनिश्चित कराना था, लेकिन समारोह खत्म होने के सप्ताहभर बाद भी औली में कूड़ा निस्तारण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इस बीच बारिश ने दिक्कतें खड़ी कर दी हैं। आयोजन स्थल और आसपास सीवर के लिए खोदे गए पिट में पानी भर जाने से सीवर ओवरफ्लो होकर ढलानों पर बहने लगा है।

औली की ढलानों पर समारोह के दौरान 25 टेंट लगाए गए थे। प्रत्येक टेंट में एक शौचालय भी बनाया गया था। यही नहीं, वहां काम में जुटे सैकड़ों मजदूरों के लिए अलग से छह शौचालयों का निर्माण किया गया था। पालिका की सुस्ती की वजह से अभी तक इन पिटों से सीवर साफ नहीं किया जा सका।

मामला संज्ञान में आने पर चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने नगर पालिका प्रशासन को तत्काल पिटों की सफाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद हरकत में आया पालिका प्रशासन जेटिंग मशीन से पिटों की सफाई करने में जुट गया है। अब तक इनसे एक हजार लीटर गंदगी निकल चुकी है। औली की ढलानों पर गंदगी फैले होने से यहां पहुंच रहे पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां से करीब एक किलोमीटर दूर सेना का भी कैंप है, अगर जल्द साफ-सफाई नहीं की गई तो आसपास के क्षेत्रों में संक्रामक बीमारी का खतरा पैदा हो सकता है।

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