Uttarakhand Police: एसटीएफ ने किया फर्जी आधार/वोटर कार्ड बनाने वाले ‘‘आधार सेन्टर‘‘ का भण्डाफोड़, काॅमन सर्विस सेन्टर में पैसे लेकर धड़ल्ले से बन रहे थे देशी/विदेशी नागरिकों के आधार व वोटर कार्ड

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देहरादून, उत्तराखंड: दिनांक 27-12-2022: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि थाना ऋशिकेष क्षेत्र में एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा एक ऐसे आधार सेन्टर का पर्दाफाश कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो अवैध तरीके से बगैर किसी डॉक्यूमेंट प्रूफ के लोगों का आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पेन कार्ड व अन्य पहचान पत्र बना रहे थे। ऐसे लोंगों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं, जिनके फर्जी वोटर कार्ड व आधार कार्ड बनाये गये हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा बताया गया कि एस0टी0एफ0 को सूचना मिली थी कि ऋषिकेश, देहरादून स्थित एक जन सेवा संस्थान द्वारा रूपये लेकर फर्जी कागजो के आधार पर अन्य देश/राज्य के निवासियों को उत्तराखण्ड का निवासी दिखाते हुये हजारो रूपये लेकर फर्जी आधार कार्ड, फर्जी वोटर आई0कार्ड तथा अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बनाये जा रहे है, जो कि किसी भी व्यक्ति द्वारा राष्टविरोधी गतिविधियो के लिए, मोबाईल सिम क्रय करने या अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिये प्रयोग किये जा सकते है। जिसको एस टी एफ द्वारा गंभीरता से लेते हुए गोपनीय जांच शुरू की गई तो जानकारी करने पर पता चला कि फर्जी आधार और अन्य आईडी एक व्यक्ति लक्ष्मण सैनी द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर बनाए जाते हैं, जो कि अपनी दुकान में सीएससी सेन्टर चलाता है।
इस सूचना को पुख्ता करने के लिए एसटीएफ ने एक योजना बनाई, जिसके लिए कुछ दिन पूर्व एक नेपाली नागरिक दिलबहादुर (काल्पनिक नाम) को तैयार किया गया तथा उस नेपाली नागरिक को सीएससी, एपेटाईड सेन्टर, एम्स रोड, ऋषिकेश आधार कार्ड बनवाने भेजा गया, जहॅा पर सीएससी सेन्टर का मालिक लक्ष्मण कुमार सैनी 10 हजार रुपए में दिलबहादुर नेपाली नागरिक का फर्जी आधार कार्ड और फर्जी वोटर आई0डी0 कार्ड किसी भी भारतीय/उत्तराखण्ड के वैध दस्तावेज के बिना बनाने के लिये तैयार हो गया, जिसके लिए एडवान्स में 3000 रूपया ले लिया तथा दिनॉक 26.02.2022 को वोटर आई0कार्ड और कुछ दिनों बाद आधार कार्ड देने का वादा किया। फिर दिनांक 26–12–2022 को एसटीएफ द्वारा उक्त सीएससी सेन्टर में नेपाली नागरिक दिल बहादुर को भेजा गया तो अभियुक्त लक्ष्मण सैनी द्वारा पौड़ी के किसी गांव का वोटर कार्ड बना दिया गया था और आधार कार्ड के लिए फॉर्म भर दिया गया। फिर एसटीएफ द्वारा अचानक छापा मारकर उक्त आधार सेंटर में लक्ष्मण सिंह सैनी पुत्र छोटे लाल सैनी निवासी मीरानगर मार्ग, गली न0. 11 ऋषिकेश, वीरभद्र, देहरादून के साथ दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया, जो इस गैर कानूनी कार्य में अभियुक्त लक्ष्मण सैनी के साथ काम कर रहे थे। इस सेंटर से 68 आधार कार्ड, 28 वोटर आई0डी0 कार्ड (जिनमें 03 नेपाली नागरिक के भारतीय वोटर आई0डी0 कार्ड है जिनमे से एक फर्जी वोटर आई0डी0 कार्ड गवाह दिल बहादुर का भी है)), 17 पैन कार्ड 07 आयुष्मान कार्ड बरामद हुये।
एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ में अब तक इनके द्वारा कितने लोगों का कार्ड बनाया गया है इसकी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। आपको बता दें कि इस तरह की फर्जीवाड़े के जरिए अगर कोई अपनी पहचान बदल कर देहरादून राजधानी या हरिद्वार में रह रहा होगा, तो कितना नुकसान हो सकता है इसकी गंभीरता समझ सकते हैं। एसटीएफ भी मानती है कि ये बेहद ही गंभीर मामला है जिससे निपटना बेहद जरूरी है। यही कारण है कि इस मामले की जांच में एसटीएफ काफी दिनों से जुटी है। इसलिए इस मामले की जांच गहराई से की जा रही है।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में लक्ष्मण सिंह सैनी पुत्र छोटे लाल सैनी निवासी मीरानगर मार्ग गली न0. 11 ऋषिकेश, वीरभद्र, देहरादून, बाबू सैनी पुत्र छोटे लाल सैनी निवासी मीरानगर मार्ग गली न0. 11 ऋषिकेश, वीरभद्र, देहरादून व भरत सिंह उर्फ भरदे दमई पुत्र टीकाराम निवासी गेहतमा जिला रूकुम दाबिश ऑचल राफल, नेपाल, हाल निवासी धारीदेवी कलियासौढ शामिल है।
STF की ऑपरेशनल टीम में अंकुश मिश्रा पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक यशपाल बिष्ट निरीक्षक, उप निरीक्षक विपिन बहुगुणा, उप निरीक्षक नरोत्तम बिष्ट, हे0कॉ0 देवेंद्र ममगाईं, हे0कॉ0 प्रमोद, हे0 कॉ0 संदेश, हे0कॉ0 रवि पंत व कांस्टेबल कादर खान शामिल थे।

 

 

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