स्थानीय भाषा-बोली को बढ़ावा देने के लिए अनूठी पहल, पप्पू कार्की के गीत की तर्ज पर प्रार्थना शुरू

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पिथौरागढ़: सरकारी स्कूलों में स्थानीय भाषा बोली को बढ़ावा देने के आदेश के बाद पिथौरागढ़ ज़िले के राजकीय बालिका इंटर कालेज बेरीनाग में इन दिनों कुमाउँनी भाषा में प्रार्थना गायी जा रही है। इस अनूठे प्रयोग के बाद जीजीआईसी बेरीनाग सूबे का पहला ऐसा स्कूल बन गया है जहाँ प्रातकालीन वंदना स्थानीय भाषा में गायी जा रही है।

” दैणी है जाए, माँ सरस्वती ” के ये बोल कुमाउँनी लोक गायक पप्पू कार्की के गीत सुपरहिट गीत  ‘सुण ले दगड़िया, बात सुणी ले ‘ की धुन पर सजाये गए है। जिसे डीडीहाट के शिक्षक सत्यम जोशी ने पप्पू कार्की के गीत की तर्ज पर तैयार किया है। इस वंदना को सुनने के बाद लोगो के जेहन में दिवंगत पप्पू कार्की के गीत की यादे ताजा हो रही है। जीजीआईसी की प्रधानाचार्य ऊषा पंत ने बताया कि इस तरह के अभिनव प्रयोगो से हमारी अपनी भाषा बोली को तो अलग पहचान मिलेगी ही साथ ही स्कूली बच्चों का भी अपनी भाषा के प्रति लगाव बढ़ेगा।

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