सबरीमाला मंदिर में महिलाएं नहीं कर पाई दर्शन, एक माह के लिए कपाट बंद

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केरल: भगवन अयप्पा का सबरीमाला मंदिर एक माह के लिए फिर बंद होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं के दर्शन करने का फैसला दिया था, लेकिन महिलाएं मंदिर में दर्शन नहीं कर पाई। केरल के सबरीमाला मंदिर का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। सोमवार को पुलिस अधिकारियों ने सन्निधानम और पांबा में मौजूद मीडिया कर्मियों से आग्रह किया है कि वो वहां से चले जाएं, क्योंकि उन पर सुनियोजित तरीके से हमले किये जा सकते हैं।

मीडिया चैनल सबरीमाला सन्निधानम से हटा लिए गए हैं और वहां बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। आज से भगवान अयप्पा मंदिर का द्वार एक महीने के लिए बंद हो जाएगा। अब यह 16 नवंबर को खुलेंगे। इस मामले पर केरल बीजेपी ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग करते हुए विशेष विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है।

रविवार को भी भगवान अयप्पा के भक्तों ने चार महिलाओं को मंदिर में जाने से रोक दिया। ये महिलाएं केरल में मंदिर घूमने आए श्रद्धालुओं के समूह का हिस्सा थीं। मंदिर के तंत्री ने धमकी देते हुए कहा है कि यदि महिलाओं की तरफ से लगातार कोशिश जारी रही तो फिर मंदिर को बंद कर दिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले महीने 10 से 50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं के भगवान अयप्पा के मंदिर में दर्शन पर लगी सदियों पुरानी रोक हटाने संबधी फैसला देने के बाद से मासिक पूजा के लिए मंदिर के कपाट खुलने का आज पांचवा दिन था।

सबरीमाला कर्मा समिति ने उच्चतम न्यायालय के फैसले को लागू करने की जल्दबाजी दिखाने के लिए माकपा शासित केरल सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज करने का निर्णय किया है। इस बीच सबरीमाला कर्मा समिति ने उच्चतम न्यायालय के फैसले को लागू करने की जल्दबाजी दिखाने के लिए माकपा नीत केरल सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज करने का निर्णय किया है।

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