रक्षाबंधन के मौके पर जान जोखिम में डाल राखी बांधने गई आपदाग्रस्त क्षेत्रों की बहनें

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पिथौरागढ़: लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के विभिन्न स्थानों पर लोगों का जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। दो दिनों से लगातार हो रही है बारिश के चलते भू-स्खलन से जगह-जगह मार्ग बंद हो गए हैं। वहीं थल मुनस्यारी मार्ग में  नवनिर्मित पुल पूर्ण रूप से खतरे की जद मे आ गया है। हरड़िया नाले के ऊपर बना ये पुल मुनस्यारी को जोड़ने वाला एक मात्र पुल है।

वहीं आज थल पिथौरागढ़ मोटर मार्ग में बलतिर के पास सड़क में मलबा आने से पिछले एक घंटे से मार्ग बंद रहा, जिसके चलते रक्षा बन्धन के लिए जा रही बहिने भी इस मार्ग में घंटों फसे रहे। मार्ग में सैकड़ों वाहन फंसे रहे और यात्रीयों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सड़क खोलने के लिए एडीबी लोनिवि के अधिकारी मौके पर सड़क खुलवाने का काम रहे हैं।

इसके आलावा मदकोट, गोलमा, कोटाल गाँव, इमला, जोशा, ढुनामानी, गाँधीनगर, चोना, मटेना, मालुपाती आदि को जोडने वाली मुख्य मोटर मार्ग गोरीनदी के गोरीपूल के पास सड़क के खतरनाक होने के चलते लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही के लिए मजबूर है। साथ ही यहाँ पर खतरनाक झरने के नीचे से गाड़ियों में आवाजाही की जा रही है, जिसके नीचे गोरी नदी बह रही है। गोरी नदी में सीमा सड़क संगठन ने पुल बनाने के लिए कटिंग भी की थी, वो भी आजकल निर्माण कार्य  बन्द है। अभी मदकोट-दारमा मोटर मार्ग पर जान हथेली पर रखकर लोगों को यात्रा करनी पढ रही है।

वहीं जिलाधिकारी पिथौरागढ़ का कहना है कि, हरड़िया नाले के पुल के मामला, संज्ञान में आते ही विभाग को निर्देश दिए हैं, जिसे अतिशिघ्र सुरक्षित बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

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