मायावती का बीजेपी पर हमला, कहा: चुनाव करीब आते ही राम मंदिर का मुद्दा उछालने लगती है बीजेपी

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नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने 13 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ में अपना चुनावी बिगुल फूंक दिया है। बिलासपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एन्ड कम्पनी ने छत्तीसगढ़ का विकास नहीं किया। सिर्फ पूंजीवादी लोगों की सरकार बन कर रह गई थी कांग्रेस। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में लोकसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने जो वादे किये थे उनका चौथा हिस्सा काम भी भाजपा नही कर पाई। सीबीआई के डर से जोगी कांग्रेस से गठबंधन किये जाने की बात पर मायावती ने कहा कि ये कांग्रेस की फैलाई गई अफवाह है, ताकि बसपा को चुनाव में नुकसान हो।

उन्होंने कहा कि हिंदी भाषी राज्यों में बीएसपी के बढ़ते जनाधार से कांग्रेस परेशान थी। वो बीएसपी को कमजोर करना चाहती थी और बहुत कम सीटें दे रही थी, जबकि हम सम्मानजनक सीट मांग रहे थे। इसी वजह से हमने कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया।

इसके अलावा मायावती ने नोटबंदी को लेकर भी बीजेपी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि ” नोटबंदी ने लोगों की कमर तोड़ दी है। देश में फैले भ्रष्टाचार से लोग परेशान है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राफेल और बोफर्स घोटाले के दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही हैं, गौरक्षक के नाम पर बने कानून का दुरुपयोग हो रहा है।

रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। अब गठबंधन के लोगों की यह कोशिश होनी चाहिए कि हमारे ज्यादा से ज्यादा प्रत्याशी चुनाव जीतकर आएं, ताकि यह गठबंधन अपने बलबूते बहुमत की सरकार बना सके। उन्होंने कहा कि सूबे में हमारी सरकार बनने पर दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, गरीबों, मजदूरों और व्यापारियों का विकास होगा। साथ ही लोग स्वाभिमान के साथ जीवन जी सकेंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य में विकास होगा, तो नक्सलवादी गतिविधियां में लगाम कसा जा सकेगा। नक्सली खुद रास्ते पर आ जाएंगे। आदिवासी और दलित विरोधी सरकार होने की वजह से नक्सली गतिविधियां बढ़ी हैं। इस दौरान मायावती ने नोटबंदी, कालाधन, राम मंदिर और मॉब लिंचिंग के मसले पर बीजेपी सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि चुनाव करीब आते ही बीजेपी राम मंदिर का मुद्दा उछालने लगती है। अब बीजेपी एक राम मंदिर नहीं, बल्कि चाहे जितने भी राम मंदिर बनवा ले, लेकिन उसको कोई चुनावी फायदा नहीं होगा।

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