देश भर में मनी स्वामी विवेकानंद की 156वीं जयंती

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नई दिल्ली: आज पूरा देश स्वामी विवेकानंद की 156वीं जयंती मना रहा है। वे युवाओं के लिए सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं, यही कारण है कि उनके जन्मदिवस को युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

स्वामी विवेकानंद भारत के ऐसे महापुरुष के रुप में शुमार होते हैं जिनके विचार आज भी पावर हाउस से कम नहीं है। 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुई विश्व धर्म परिषद् में स्वामी विवेकानंद भारत के प्रतिनिधि के रूप से पहुंचे थे। यहां मौजूद लोगों की बहुत कोशिशों के बावजूद एक अमेरिकी प्रोफेसर के प्रयास से स्वामी विवेकानंद को बोलने के लिए थोड़ा समय मिला। उनके विचार सुनकर वहां मौजूद सभी विद्वान चकित रह गए और उसके बाद वह तीन वर्ष तक अमेरिका में रहे और लोगों को भारतीय तत्वज्ञान प्रदान करते रहे।

स्‍वामी विवेकानंद ऐसे महापुरुष हैं जिनके विचार आज भी लोगों को प्रेरणा देते हैं। स्वामी विवेकानंद ने मानवता की सेवा और परोपकार के लिए 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। इस मिशन का नाम विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के नाम पर रखा था। 4 जुलाई 1902 को स्वामी विवेकानंद का निधन हो गया, लेकिन उनके विचार आज भी उन्हें लोगों के बीच जीवित रखे हुए हैं।

स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर 1893 को अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में भाषण दिया था। इस भाषण में दुनिया भर से अलग-अलग धर्मों के विद्वानों के सामने इन्होंने वेदांत का ऐसा ज्ञान दिया कि पूरा संसद तालियों से गूंज उठा और भारतवासियों का सिर गर्व से ऊंचा उठ गया। नरेंद्रनाथ दत्त यानी स्वामी विवेकानंद को हिंदू धर्म के मुख्य प्रचारक के रूप में जाना जाता है। आइए जानते हैं स्वामी विवेकानंद के वो 10 विचार जो आज भी युवाओं में उर्जा का संचार करते हैं।

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