नई दिल्ली सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों ठगने वाला गिरफ्तार

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देहरादून: 6 जून को भीखाराम निवासी 241/124 रीठा मंडी देहरादून द्वारा चौकी लक्खीबाग पर लिखित सूचना दी कि, वह कलावती न्यास धर्मशाला में उप प्रबंधक के पद पर नियुक्त है, इसी दौरान संजय नौटियाल पुत्र परमानंद नौटियाल निवासी मोहल्ला भूप सिंह सब्जी मंडी नज़दीक राधा मन्दिर जसपुर उधमसिंह नगर करीब 3-4 वर्ष से धर्मशाला में उसका आना-जाना था। अच्छी जान पहचान हो जाने पर उसने बताया कि, भारत सरकार नई दिल्ली के सचिवालय में कुछ कनिष्ठ लिपिक के पद रिक्त हैं, यदि आप अपने लड़के मनीष कुमार को लगवाना चाहते हैं तो 3 लाख रुपये लगेंगे, जिसमे 50 हज़ार रुपये एडवांस में देने होंगे और बाकी काम होने के बाद।

उसने खुद को भी विकास भवन कृषि कार्यलय रोशनाबाद हरिद्वार में उप कृषि अधिकारी के पद पर कार्यरत होना बताया। इस पर विश्वास कर व्यक्ति द्वारा लड़के के सभी डॉक्यूमेंट की छाया प्रति उसे दे दी तथा 50 हज़ार रुपये एडवांस में दे दिए। उसके बाद संजय नौटियाल घर पर भी आने-जाने लगा और बताया कि सचिवालय में और भी पद खाली हैं, आपके और कोई जाननेवाले या रिश्तेदार हो तो उनकी भी नौकरी लगवा देगा। उस पर भरोसा करके व्यक्ति ने अपने तीनो बच्चो व एक रिश्तेदार का प्रार्थना पत्र लेकर कनिष्क लिपिक पद हेतु प्रार्थना पत्र लिखवाकर दे दिया और 2 लाख रुपये और दे दिए।

इसी प्रकार उक्त व्यक्ति बच्चो को बीच-बीच मे कई बार परीक्षा का बहाना बनाकर दिल्ली ले गया, और कोई-न-कोई बहाना बनाकर परीक्षा न करवाकर दिल्ली घुमा फिरा कर बच्चो को वापस ले आता था तथा अब तक वह कुल 25 लाख रुपए भर्ती के नाम पर ले चुका है। उसके द्वारा डाक से फर्जी नियुक्ति पत्र भी भिजवाये गए। सचिवालय नई दिल्ली में नियुक्ति पत्रों के संबंध में जानकारी की गई तो मालूम हुआ कि इस पद की भर्ती के लिए कोई नियुक्ति नही हुई है, जिस पर व्यक्ति द्वारा उसको तलाश किया गया किन्तु उसका कुछ पता नही चला। वह रोशनाबाद में भी नौकरी नही करता था तथा जो घर का पता उसने दिया था वह भी फर्जी था तथा उस नाम का कोई व्यक्ति उक्त स्थान पर नहीं रहता था। इस सूचना पर चौकी लक्खीबाग पर उचित धाराओ में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई। चूंकि उक्त मामला भोलेभाले लोगो को नौकरी का झांसा देकर कुल 25 लाख की मोटी  रकम ठगने संबंधी होने के कारण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक कोतवाली के निर्देशन में आवश्यक दिशा निर्देश देकर एक टीम का गठन किया गया।  टीम द्वारा उक्त व्यक्ति के संबंध में पूर्ण जानकारी एकत्रित कर तलाश प्रारम्भ की गई तथा उसके मोबाइल नंबर प्राप्त किये गए, जिनको सर्विलांस पर लगाने पर उक्त नंबर की लोकेशन इलाहाबाद मिलने पर तत्काल टीम को इलाहाबाद रवाना किया गया। यहां पर टीम को जानकारी मिली कि उक्त मोबाइल जिस व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था उसे वह सड़क पर पड़ा हुआ मिला।  वादी द्वारा पुलिस को अभियुक्त की फ़ोटो उपलब्ध कराई गई थी, जिसको पुलिस सूत्रों को दिखाकर तलाश हेतु लगाया गया। इसी क्रम में 7 सितम्बर को पुलिस को सूत्र से सूचना मिली कि उक्त व्यकि का असली नाम शम्भूनाथ मिश्रा है, जो कि ग्राम शाहपुर थाना पथरी हरिद्वार में अपने परिवार के साथ रह रहा है। इस सूचना पर टीम द्वारा दबिश देकर उक्त व्यक्ति को घर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई। अभियुक्त को आज न्यायालय में  पेश किया जा रहा है।

अभियुक्त की पहचान शम्भूनाथ मिश्रा पुत्र परमानंद मिश्रा निवासी शाहपुर शीतला खेड़ा, थाना पथरी हरिद्वार, मूल पता ग्राम दिउली पट्टी धनारी जिला उत्तरकाशी, उम्र 40 वर्ष के रूप में हुई। 

 

पूछताछ का विवरण

पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया की वह पूर्व में संविदा पर कृषि विभाग पौड़ी में नौकरी करता था। नौकरी हट जाने पर पंडिताई करने लगा, इसमे ज्यादा कमाई न होने पर इसने अपना नाम संजय नोटियाल पुत्र परमानंद नोटियाल निवासी जसपुर के नाम से आधार कार्ड बनवाया और उसके बाद पासपोर्ट भी इसी नाम से बनवा लिया और देहरादून धर्मशाला में आने-जाने लगा। इसी बीच इसके द्वारा वादी से जान पहचान बढ़ा ली और विश्वास दिलाया कि वह रोशनाबाद में कृषि अधिकारी है तथा दिल्ली सचिवालय में कनिष्क पद पर भर्ती करवाने का लालच देकर वादी व उसके रिश्तेदारों से कुल 25 लाख रुपये नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी से हड़प लिए और खुद फरार हो गया। अपने मोबाइल इलाहाबाद में सड़क पर फेक दिए और अपने परिवार के साथ शाहपुर शीतला खेड़ा में रहने लगा। इसके द्वारा ये भी बताया कि इसने इसी प्रकार करीब 10 लोगो से उत्तरकाशी व पौड़ी में भी धोखाधड़ी से नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की है। ठगी से प्राप्त पैसे से इसने नथवावाला देहरादून में प्लाट खरीदा हुआ है। इसके द्वारा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी दी गयी है, जिनका परीक्षण/विश्लेषण कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जाएगी। उक्त ठगी से प्राप्त पैसे से खरीदी गई संपत्ति को सीज करने हेतु वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की संबंधित थानों से जानकारी प्राप्त की जा रही है, एवं अन्य ठगी के शिकार हुए व्यक्तियों से भी संपर्क किया जा रहा

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