भारी बारिश से हिमाचल में तबाही, कई राज्यों में भी भारी बारिश की आशंका

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नई दिल्ली: पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से पूरे देश में कई जगहों पर जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। खासकर हिमाचल प्रदेश में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। यहां कुल्लू मनाली में बादल फटने से भारी नुकसान पहुंचा है।  कुल्लू-मनाली के बीच डोभी विहाल में ब्यास के बीच में 19 लोग फंस गए थे, जिनको रेस्क्यू करने के लिए प्रदेश सरकार ने हेलीकॉप्टर उपलब्ध करवाकर सुरक्षित भुंतर एयरपोर्ट में उतारा गया है। इससे यहां खड़े कई वाहन जलमग्न हो गए, जिन्हें भारी नुकसान हुआ है।

राज्य के 12 में से 10 जिलों में दो दिन से जबरदस्त बारिश हो रही है, जिस कारण कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात हो गए है साथ ही कई जगहों पर लैंडस्लाइड जैसी घटनाएं भी हुई है। भारी बारिश के कारण राज्य में सभी स्कूलों को बंद रखने ते निर्देश दिए हैं। हालात यह हैं कि कुल्लू-मनाली और चंबा में चार पुलों का नामोनिशान तक मिट गया है। मंडी के दवाड़ा और चंबा के तीसा में पानी हाईवे पर आ गया है, तो दो पुलों में दरारें आ गईं। चंबा के होली में एक बिजली प्रोजेक्ट में पानी ने तबाही मचा दी है। कुल मिलाकर पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश ने प्रदेश की रफ्तार रोक दी है, कई हाईवे भी बंद हो गए हैं। जिला कुल्लू, किन्नौर, सिरमौर और हमीरपुर में सबसे अधिक वर्षा हुई है।

प्रशासन ने पूरे इलाके में अलर्ट घोषित कर दिया है। बारिश के चलते कुल्लू और चंबा में भारी नुकसान हुआ है। कुल्लू-मनाली एनएच सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर 126 सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हो गई हैं। इसमें शिमला जोन की 48, मंडी जोन की 36, कांगड़ा जोन की 41 सड़कें शामिल हैं। एनएच कुल्लू के औट में बादल फटा है। फिलहाल ब्यास के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मनाली की तरफ से आने-जाने वाले ट्रैफिक को रोक दिया गया है। जिला प्रशासन ने किसी भी खतरे से बचने के लिए   मंडी से कुल्लू के बीच ट्रैफिक को रोक दिया गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को भी दिल्ली समेत कई राज्यों में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश में 24 सितंबर को भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं उत्तराखण्ड में भी भारी बारिश की संभावना है। देहारादून, मसूरी, मनाली, शिमला, नाहन सहित कई पर्वतीय शहरों में ज़बरदस्त बारिश से बाढ़ जैसी स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं। वहीं पर्वतीय राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भूस्खलन की भी आशंका बनी रहेगी। कहीं-कहीं बादल फटने का भी खतरा रहेगा।

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