बीइंग भगीरथ टीम ने स्थापित किए गंगा स्वच्छता कलश

Please Share

-अरुण कश्यप

हरिद्वार: बीइंग भगीरथ की टीम ने धर्मनगरी को स्वच्छ सुंदर बनाए रखने के लिए रविवार को मुख्य मार्गों और गंगा घाटों पर गंगा स्वच्छता कलश रखे जाने का अभियान शुरू किया है। इसके तहत खण्डित मूर्तियां, पूजा सामग्री, घाटों पर छोड़े जाने वाले पुराने कपड़े आदि श्रद्धालु इन कलश में डाल सकेंगे। जिनका बाद में टीम द्वारा ठीक प्रकार से निस्तारण किया जाएगा। कलश भर जाने पर फाऊण्डेशन से संपर्क करने का निवेदन भी किया गया है और संपर्क करने के लिए फोन नंबर भी जारी किए गए हैं।

समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा और तीर्थ पुरोहित उज्जवल पंडित ने कहा कि बीइंग भगीरथ टीम के संयोजक शिखर पालीवाल की गंगा घाटों पर फैली गंदगी को एकत्र करने के लिए कलश रख कर घाटों को गंदगी से मुक्त करने की यह मुहिम अवश्य ही रंग लाएगी। गंगा घाटों पर बाहर से आने वाले यात्री श्रद्धालु पूजन सामग्री, पुराने वस्त्र, खण्डित मूर्तियां और धार्मिक पुस्तकें गंगा में डाल देते हैं। ऐसे में गंगा स्वच्छता कलश बेहतर उपाय होगा। जिससे घाटों पर गंदगी एकत्र नहीं होगी। स्थानीय लोगों को भी इस मुहिम में अपना सहयोग प्रदान करना चाहिए।

बीइंग भगीरथ के संयोजक शिखर पालीवाल ने कहा कि गंगा स्वच्छता कलश धर्मनगरी के विभिन्न गंगा घाटों के अलावा मुख्य मार्गों, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर भी रखे जाएंगे। जिससे अनावश्यक रूप से फैलने वाली गंदगी की रोकथाम हो सकेगी। खण्डित मूर्तियां, पूजा सामग्री के अलावा बड़ी मात्रा में पुराने कपड़े बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा गंगा में फेंक दिए जाते हैं। लेकिन अब गंगा स्वच्छता कलश में यह सामग्री डाली जाने से गंगा व घाटों को स्वच्छ निर्मल बनाने में मदद मिलेगी।

अभियान को लेकर शिखर पालीवाल ने बताया कि पेयजल निगम के सहयोग से यह कलश स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि कलश कूड़ा कचरा डालने के लिए नहीं हैं। इनमें पूजा सामग्री व अन्य धार्मिक वस्तुएं आदि ही डालें।

वहीं शिवम अरोड़ा ने कहा कि गंगा घाटों को सुन्दर व साफ रखने के लिए सभी की सहभागिता होनी चाहिए। सेवा भाव से ही गंगा को प्रदूषण मुक्त किया जा सकता है। बीइंग भगीरथ टीम निस्वार्थ भाव गंगा स्वच्छता मुहिम को चला रही है। धर्मनगरी में समय समय पर जनजागरूकता भी फैलायी जा रही है। ओम पेन्टर अभियान में लगातार टीम का सहयोग कर रहे हैं। गंगा स्वच्छता कलश गंगा घाटों पर रखने से निश्चित तौर पर गंगा को प्रदूषण से बचाने में मदद मिलेगी।

You May Also Like